Irrfan Khan बहुत याद आएंगे आप

I trust, I have surrendered” – इरफान (Irrfan Khan) के आख़िरी शब्द जो उन्होने अपनी पत्नी से सन 2018 में केन्सर से लड़ते हुए एक मार्मिक नोट में लिखे थे।

इरफ़ान खान वो शकसियत थे जिसने अपना नाम जहाँ में खुद एक ईंट दर ईंट जोड़ कर बनाया। हमने उन्हें अनेकों किरदार बखूबी निभाते देखा है। चाहे गंभीरता हो या छोटे रिचार्ज का ह्यूमर, उन्होने हमेशा अपना काम बढ़िया ही किया।

इरफ़ान का पूरा नाम था साहबजादे इरफ़ान अली खान था और उन्होंने अपने नाम में एक अतिरिक्त R जोड़ा जिसके कारण अँग्रेजी में उनका नाम Irrfan Khan लिखा जाता है।ये अतिरिक्त R उन्हें किसी न्यूमेरोलोजिस्ट ने नहीं बताया ये उनका अपना निर्णय था।उन्हें अपना इतना लम्बा नाम पसंद नहीं था इसलिए वो इसे छोटा करते रहे और फिर वो सिर्फ इरफ़ान हो गए।

इरफ़ान जयपुर के एक गाँव ‘टोंक’ में पैदा हुए थे और इनके परिवार का रजवाड़ों से अच्छा संपर्क था। उनके पिता जमींदार थे और चाहते थे कि उनका बेटा उनका व्यवसाय संभाले। अच्छा ही हुआ जो इरफ़ान व्यवसाय की ओर नहीं झुके वरना बॉलीवुड को ऐसा गंभीर और बहुमुखी अभिनेता कभी नहीं मिलता।

लंच बॉक्स एक मात्र ऐसी भारतीय फिल्म है जिसने TFCA – Toronto Film Critics Association Award जीता।

 Amazing Spider Man के बाद उन्हें Interstellar में काम करने का ऑफर भी आया था पर उन्होंने अस्वीकार कर दिया क्यूंकि उन्हें लगातार 4 महीने अमेरिका में रुकने के लिये कहा गया था और उस समय वो D-Day और Lunchbox के लिए वचनबद्ध थे।

Slumdog Millionaire की सफलता के बाद कोडक थिएटर (जहाँ औस्कर्स स्टेज किये गये थे) के बाहर Julia Roberts ने उन्हें बधाई देने के लिए रुक कर इरफ़ान का इंतजार किया था।

 इरफ़ान पढ़ने का बेहद शौक रखते थे। वो हर हफ्ते लगभग 1 हॉलीवुड फिल्म की स्क्रिप्ट ज़रूर पढ़ते हैं जिससे अपने किरदारों को बेहतर तरीके से निभा पायें। वो अपनी स्क्रिप्ट्स को ले कर इतने गंभीर रहा करते थे कि उनकी लेखिका पत्नी ‘स्तुपा सिकदर’ को “बनेगी अपनी बात” के कई एपिसोड कई-कई बार लिखने पड़े थे। ये 1990 का वो टीवी सीरियल है जिसके लगभग 200 एपिसोड इरफ़ान ने निभाए थे।

उन्हें दो बार Los Angeles Airport पर रोका गया क्यूंकि उनका नाम किसी आतंकवादी के नाम का संशय देता था। इरफ़ान मुस्कुरा के कहा करते थे “अब वो मुझे पहचानते हैं”।

उनकी ख़्वाहिश थी कि एक दिन वो रुपयों से भरा सूटकेस अपनी माँ को तोहफे में दे सकें।

 उनकी पहली फिल्म थी  सन 1988 में बनी “सलाम बॉम्बे”। पर जब फिल्म आयी तो उनका पूरा रोले ही उसमे से काट दिया गया था।

इरफ़ान ने टीवी पर भी बहुत सारा कम किया। जैसे “चाणक्य”, “भारत एक खोज”, “सारा जहाँ हमारा”, “श्रीकांत”, “चंद्रकांता”, “अनुगूंज” और “स्पर्श” जैसे चर्चित सीरिअल्स का वो हिस्सा रहे। इसके अलावा उन्होंने दूरदर्शन पर एक टेलीप्ले “लाल घास पर नीले घोड़े” में भी अभिनय किया था।

एक समय ऐसा भी आया जब वो टेलेविज़न से ऊब चुकने के बाद उन्होंने एक्टिंग पूरी तरह छोड़ने का फैसला कर लिया। पर उसी समय उन्हें मिली आसिफ़ कपाडिया की फिल्म “Warrior” जिसने उनके अन्दर उस आग को दोबारा भड़का दी। इरर्फन हॉलीवुड में काफी मशहूर ज़रूर हैं पर फिल्मों में उन्हें पहली पहचान ब्रिटिश-भारतीय फिल्मकार कपाड़िया की Warrior से ही मिली।

पिछले एक लंबे अरसे से इरफान एक गंभीर बीमारी न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर से जूझ रहे थे। ये एक दुर्लभ प्रकार का केन्सर था। उनके सभी चाहने वाले उनकी अच्छी सेहत की दुआ करते रहे। “मकबूल”, “पीकू”, “हैदर”, “तलवार”, “जज्बा”, “मदारी”, “कारवां” और अनगिनत अनेकों बेहतरीन किरदार निभाने के साथ हॉलीवुड में भी अपनी एक्टिंग का डंका बजवाने के बाद इरफ़ान अपनी अंतिम फिल्म “अँग्रेजी मीडियम” में दिखाई दिये।

मार्च 2018 में  केन्सर का पता चलने के बाद से इरफान का इलाज लंदन में चलता रहा। फरवरी 2019 में वो अपनी फिल्म “अँग्रेजी मीडियम” की शूटिंग के लिए भारत लौटे थे और कुछ ही समय में लंदन वापस लौट गए थे। सर्जरी और इलाज के बाद आखिरकार इरफान सितंबर 2019 में भारत वापस आये। अभी कुछ समय से वो मुंबई के ‘कोकिलबेन धीरुभाई अंबानी अस्पताल’  में ‘कोलन इन्फेक्शन’ से पीड़ित होने पर भर्ती हुए थे और उनका इलाज चल रहा था।

कल ही 28 अप्रैल 2020 को इरफान की माताजी के देहांत का दुखद समाचार आया था और आखिरकार आज 29 अप्रैल 2020 को इरफान भी हम सबको छोड़ कर इस दुनिया से किसी और दुनिया की ओर चले गए। ऊपरवाला उनकी रूह को सुकून और जन्नत बख़्शे।

 

 

 

1 thought on “Irrfan Khan बहुत याद आएंगे आप”

  1. इरफान खान टेलेविज़न, व बॉलीवुड के शशक्त कलाकार थे, उनका जिस्म छूटा है रूह तो जन्नत में अदाकारी विखेर रही होगी I ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे व उनके परिवार को इस दारुण दुःख को सहने की शक्ति I

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *